नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 128वीं जयंती पर साहित्य अकादेमी ने कटक में उनकी जीवनी पर 142 पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई
- संस्कृति मंत्रालय सचिव ने किया अवलोकन
RNE Network
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 128 वीं जयंती के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा बारबाटी किले,कटक में नेताजी पर केंद्रित विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। पराक्रम दिवस के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्शनी में
साहित्य अकादेमी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में प्रकाशित 142 पुस्तकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया है। पुस्तकों की प्रदर्शनी के साथ ही उन पुस्तकों के प्रमुख अंश के 24 पैनल भी बनाए गए हैं, जिन्हें सुरुचिपूर्ण ढंग से प्रदर्शित किया गया है।
साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणीश चावला को पुस्तक प्रदर्शनी का अवलोकन कराया। पैनलों में सुभाषचंद्र बोस के जीवन के विभिन्न पड़ावों जैसे उनकी शिक्षा-दीक्षा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रवेश, सशस्त्र क्रांति की वकालत, कांग्रेस अध्यक्ष बनने, गाँधी और नेहरू से उनके मतभेद, आजाद हिंद फौज के निर्माण और अंग्रेजों से युद्ध आदि के बारे में बताया गया है। इन सभी पैनलों के आधार पर हम समझ पाते हैं कि सुभाषचंद्र बोस किस तरह महान देशभक्त, विद्वान, संघर्षशील नेता, दार्शनिक एवं अध्यात्म में गहरी रुचि लेने वाले महान व्यक्तित्व बने।
प्रदर्शनी का अवलोकन कटक के सांसद भर्तृहरि महताब ,साहित्य अकादेमी के ओड़िया भाषा परामर्श मंडल के पूर्व संयोजक विजयानंद सिंह सहित शहर के अनेक गणमान्य लोगों ने भी किया ।